| ³¯Â¥ | ¿äÀÏ | Àü·Ê | ÀÔ´ç | ºÀÇå | ¼ºÃ¼ | ÆÄ°ß | 
| 1 | ±Ý | ¸ðµç ¼ºÀÎ ´ëÃàÀÏ | 294 | 510 | 37 167 | 434 | 
| 2 | Åä | À§·ÉÀÇ ³¯ | 227 | 423 | 151 153 166 | 521 | 
| 3 | ÀÏ | ¿¬Áß Á¦31ÁÖÀÏ | 49 | 517 513 | 433 155 156 | 27 | 
| 4 | ¿ù | ¼º °¡¸¦·Î º¸·Î¸Þ¿À ÁÖ±³ ±â³äÀÏ | 56 | 54 | ¡¡ | 68 | 
| 5 | È | ¡¡ | 32 | 216 | 186 152 | 33 | 
| 6 | ¼ö | ¡¡ | 17 | 342 | 170 174 | 31 | 
| 7 | ¸ñ | ¡¡ | 518 | 215 | 154 168 | 463 | 
| 8 | ±Ý | ¡¡ | 20 | 210 | 182 183 | 440 | 
| 9 | Åä | ¡¡ | ¡¡ | ¡¡ | ¡¡ | ¡¡ | 
| 10 | ÀÏ | ¿¬Áß Á¦32ÁÖÀÏ | 44 | 221 217 | 504 499 497 | 462 | 
| 11 | ¿ù | Åõ¸£ÀǼº¸¶¸£Æ¼³ëÁÖ±³±â³äÀÏ | 28 | 512 | ¡¡ | 444 | 
| 12 | È | ¼º¿ä½ÃÆÌÁÖ±³¼ø±³ÀÚ±â³äÀÏ | 55 | 211 | 164 171 | 47 | 
| 13 | ¼ö | ¡¡ | 24 | 213 | 175 176 | 438 | 
| 14 | ¸ñ | ¡¡ | 443 | 219 | 158 500 | 39 | 
| 15 | ±Ý | ¡¡ | 452 | 332 | 172 160 | 59 | 
| 16 | Åä | ¡¡ | ¡¡ | ¡¡ | ¡¡ | ¡¡ | 
| 17 | ÀÏ | ¿¬Áß Á¦33ÁÖÀÏ(Æò½ÅµµÁÖÀÏ) | 439 | 226 340 | 183 179 178 | 65 | 
| 18 | ¿ù | ¡¡ | 26 | 511 | ¡¡ | 2 | 
| 19 | È | ¡¡ | 451 | 217 | 157 163 | 436 | 
| 20 | ¼ö | ¡¡ | 21 | 513 | 188 164 | 461 | 
| 21 | ¸ñ | 볻µÇ½Åµ¿Á¤¸¶¸®¾ÆÀÚÇå±â³äÀÏ | 240 | 252 | 161 169 | 250 | 
| 22 | ±Ý | ¼º³àüĥ¸®¾Æµ¿Á¤¼ø±³ÀÚ±â³äÀÏ | 18 | 220 | 174 178 | 61 | 
| 23 | Åä | ¡¡ | ¡¡ | ¡¡ | ¡¡ | ¡¡ | 
| 24 | ÀÏ | ±×¸®½ºµµ ¿Õ ´ëÃàÀÏ(¼º¼ÁÖ°£) | 78 | 342 219 | 170 180 186 | 77 | 
| 25 | ¿ù | ¿¬Áß Á¦34ÁÖ°£ ¿ù¿äÀÏ | 13 | 513 | ¡¡ | 6 | 
| 26 | È | ¡¡ | 64 | 221 | 156 159 | 423 | 
| 27 | ¼ö | ¡¡ | 62 | 515 | 163 175 | 455 | 
| 28 | ¸ñ | ¡¡ | 22 | 212 | 170 504 | 19 | 
| 29 | ±Ý | ¡¡ | 403 | 340 | 167 197 | 441 | 
| 30 | Åä | ¡¡ | ¡¡ | ¡¡ | ¡¡ | ¡¡ |